वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह
पटना (बिहार) : जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय टीम में बड़ा बदलाव हुआ है। जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी संभालने के बाद ही पार्टी में बड़े बदलाव की शुरुआत कर दी थी। मंगलवार को संगठन की समीक्षा करने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया है। पदाधिकारियों की नई टीम बना दी गई है। जेडीयू ने एक बार फिर से केसी त्यागी को जहाँ पार्टी का प्रधान महासचिव बनाया है, वहीँ उपेंद्र कुशवाहा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष बनाए गए हैं। खास बात यह है कि ललन सिंह की नई टीम में आरसीपी सिंह के करीबियों को जगह नहीं मिली है।
आरसीपी सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते पार्टी से नाराज होने वाले राजीव रंजन प्रसाद को अब राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है। डॉ. आलोक कुमार सुमन, जो लोकसभा सांसद हैं, उन्हें एक बार फिर से कोषाध्यक्ष की कुर्सी दी गई है। इसके अलावा राष्ट्रीय महासचिव के पद पर सांसद रामनाथ ठाकुर, मोहम्मद अली अशरफ फातमी, राम सेवक सिंह, बिहार सरकार के मंत्री संजय झा, विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी, अफाक आलम खान और प्रवीण सिंह को बिठाया गया है। इतना ही नहीं, ललन सिंह के कारण आरजेडी छोड़ कर जेडीयू में शामिल होने वाले विधान पार्षद, कमरे आलम को भी राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। साथ ही साथ, ललन सिंह के करीबी माने जाने वाले हर्षवर्धन सिंह भी अब पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव होंगे। ललन सिंह ने अपनी मर्जी की टीम बनाई है जिसमें, आरसीपी सिंह को पूरी तरह से अंडर एस्टीमेट करने की कोशिश की गई है। आगे यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि पार्टी के इस नए स्वरूप से पार्टी के अन्य बड़े नेता कितना खुश और कितना नाराज होते हैं। इतना तो साफ है कि इस नई टीम से पार्टी, निसन्देह, प्रभावित होगी।