वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह
पटना (बिहार) : यह सही है कि अभी के माहौल में, बिहार धीरे-धीरे कोरोना के संक्रमण की कहर से उबरता हुआ दिख रहा है। लेकिन इस बीच एक बड़ी खबर आ गई है। बिहार में कोरोना की तीसरी लहर का खतरा, डेल्टा-4 वैरिएंट ने काफी बढ़ा दी है। ये ध्यान में रखना बेहद जरुरी है कि कोरोना की दूसरी लहर बिहार में अभी नियंत्रित है लेकिन देश-दुनिया के कई शहरों में, डेल्टा-4 वैरिएंट बड़ी संख्या में संक्रमितों के मिलने का क्रम जारी है। बेहद खास बात यह है कि देश में अभी भी 25 से 40 हजार तक, कोरोना संक्रमित हर दिन मिल रहे हैं। ऐसे में, यदि देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से आने वाले यात्रियों की सघनता से जाँच नहीं कि गई तो, नई जगहों पर संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ सकती है। प्रदेश में पंचायत चुनाव, इसके बाद दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पर में बड़ी संख्यां में लोग देश-विदेश के कोने-कोने से बिहार आते हैं। इस दौरान बाहर से आने वालों की सघन स्क्रीनिंग जरूरी है। एम्स पटना के कोरोना नोडल पदाधिकारी डा. संजीव कुमार के अनुसार ओलिंपिक खेलों की समाप्ति के बाद अचानक जापान में कोरोना संक्रमितों की संख्या, तेजी से बढ़ी है। इसी प्रकार देश में केरल, महाराष्ट्र समेत 6 राज्यों में लगातार बड़ी संख्या में संक्रमित मिल रहे हैं। केरल और महाराष्ट्र में विदेश से आने वालों की संख्या सर्वाधिक है। इन यात्रियों को भी कोरोना संक्रमण बढ़ाने का एक प्रमुख कारण माना जा रहा है। ऐसे में, यदि देश के कोरोना संवेदनशील क्षेत्रों व विदेश से आने वालों की सघन स्क्रीनिंग नहीं की गई तो, देश के किसी भी हिस्से में कभी भी संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है। डा. संजीव कुमार के अनुसार, कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरोना वायरस लगातार अपने रूप को बदल रहा है। इस समय महाराष्ट्र और केरल में डेल्टा-4 नामक वैरिएंट लोगों को संक्रमित कर रहा है। ऐसे में, किसी भी कारण से लोगों ने यदि मास्क, शारीरिक दूरी और अंजान सतह को छूने के बाद, हाथों को सेनेटाईज करने में लापरवाही की, तो संक्रमण दर फिर से बढ़ सकता है। अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका सबसे ज्यादा है। ये सच है कि प्राकृतिक रूप से और वैक्सीन के दोनों डोज ले लेने से पटना व प्रदेश की बड़ी आबादी में, कोरोना के खिलाफ एंटीबाडी बन चुका है। बावजूद इसके, लोग संक्रमित हो सकते हैं और उनकी लापरवाही से, कमजोर इम्युन पावर वाले, लंबे समय से बीमार चल रहे लोगों को गंभीर परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। यह तय है कि आने वाले समय में, कई पर्व हैं। इस पर्व में केरल और महाराष्ट्र सहित अन्य कोरोना प्रभावित प्रदेश से, बिहार के रहने वाले लोग, खास कर मजदूर तबके के लोग जरूर आएंगे। आशंका यह जताई जा रही है कि यह लोग कोरोना की तीसरी लहर को साथ लेकर बिहार आएँगे और एक बार फिर से, बिहार बड़ी मुसीबत को झेलने के लिए विवश होगा।
Front Headlines Hindi