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Video बना कर वायरल करने की वजह से उदय की हुई हत्या ?

मुख्य अपराधी सहित पाँच अपराधी गिरफ्तार

वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह

सहरसा (बिहार) : एक कमरे में बंद कर के पहले जम कर पिटाई की और उस पिटाई का लाईव वीडियो बनाया और उसे सोसल मंच पर वायरल कर दिया। इस अपमान का बदला, गोली मार कर हत्या कर के लिया गया। एक नवम्बर को सहरसा के मुरली गाँव में उदय यदुवंशी की गोली मार कर हुई हत्या का पटाक्षेप सहरसा एसपी मोहतरमा लिपि सिंह ने बड़ी तेजी से कर दिया।

शेरनी बनी एसपी लिपि सिंह के कार्यकाल में जहाँ सहरसा जिले के अपराध के ग्राफ में कमी आयी है

वहीँ, अगर कोई बड़ी वारदात होती है तो, लिपि सिंह उस घटना को चुनौती के तौर पर लेटी हैं और मामले का पटाक्षेप कर के ही रुकती हैं। एसपी लिपि सिंह ने ओर्स कॉन्फ्रेंस कर के बताया कि डेढ़ साल पूर्व बनगाँव थाना के मुरली गाँव निवासी प्रभाकर और उसके दोस्त हरिओम को बिहरा थाना क्षेत्र के शाहपुर गाँव निवासी उदय यदुवंशी सहित उसके मित्रों ने पुरानी अदावत को लेकर, उन दोनों को एक कमरे में बंद कर जम कर पीटा था। उक्त मार-पीट का वीडियो बना कर, उसे सोसल साईटों पर वायरल कर दिया गया था। प्रभाकर और हरिओम को पूरी तरह से बेईज्जत किया गया था। उस बेईज्जती का बदला लेने के लिए प्रभाकर ने उदय को मुरली बसंतपुर में मुखिया प्रत्याशी की जीत के बाद, आयोजित विजय जुलूस में बुलवाया। फिर धोखे से सड़क के किनारे ले जाकर सीने में गोली दाग दी। यह मुखिया के जीत-हार को लेकर गोलीबारी की घटना नहीं थी। बल्कि दो युवकों के बीच आपसी वर्चस्व और बसलूकी को लेकर की गई हत्या थी। एसपी लिपि सिंह ने बताया कि गोली मारने का मुख्य आरोपी प्रभाकर को उनके अन्य तीन साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। अब तक इस घटना में दो नामित अपराधी सहित कुल 5 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है। साथ ही, हत्या में प्रयुक्त देसी कट्टा और पाँच जिंदा कारतूस भी जब्त किए गए हैं। घटना के 72 घंटे के भीतर सभी आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। ऐसे में, गठित एसआईटी टीम को पुस्कृत किया जाएगा। साथ ही, स्पीडी ट्रायल चला कर इन आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी। एसपी लिपि सिंह ने बताया कि बीते 1 अक्टूबर को बनगाँव थाना क्षेत्र के मुरली बसंतपुर गाँव में उदय यदुवंशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए हरिओम की गिरफ्तारी, हत्या के तुरंत बाद ही कर ली गई थी। फिर एसआईटी टीम का गठन किया किया गया था। इस टीम का नेतृत्व सदर एसडीपीओ संतोष कुमार कर रहे थे। टीम में प्रशिक्षु डीएसपी निशिकांत भारती, सदर इंस्पेक्टर आर. के. सिंह, प्रभारी सदर थाना अध्यक्ष अयूब अंसारी, महिषी थानाध्यक्ष राजेश कुमार, बिहरा थानाध्यक्ष प्रमोद झा, बनगांव थाना अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह एवं तकनीकी शाखा के लोग भी शामिल थे। इस टीम के द्वारा प्राथमिकी के अभियुक्त हरिओम की तुरन्त गिरफ्तारी कर ली गई थी। फरार प्रभाकर और उसके साथी पारस कुमार, कुंवर जीत कुमार और राम भरोश कुंवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या में उपयोग में लाया गया देसी कट्टा और पाँच कारतूस भी बरामद किए गए है। जाहिर तौर पर, एसपी लिपि सिंह और सहरसा पुलिस की तारीफ की जानी चाहिए।

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