बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए आरजेडी ने जारी की 20 स्टार प्रचारकों की लिस्ट
वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह
पटना (बिहार) : राष्ट्रीय जनता दल ने दो सीटों पर होने वाले विधानसभा के उपचुनाव को लेकर स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है। तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए राजद ने कुल 20 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। बेहद खास बात यह है कि इस लिस्ट में लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप का नाम नहीं है। गौरतलब है कि राजद ने 20 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। आरजेडी के स्टार प्रचारकों की सूची में राजद चीफ लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, श्याम रजक, अब्दुलबारी सिद्दीकी, तनवीर हसन, वृषिण पटेल, मनोज कुमार झा, भरत मंडल, डॉक्टर गौतम कृष्ण का नाम शामिल है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव चुनाव प्रचार करेंगे लेकिन उनके साथ उनके बड़े बेटे तेजप्रताप नहीं रहेंगे। पार्टी ने जो 20 स्टार प्रचारकों की सूची तैयार की है उसमें तेजप्रताप का नाम लिस्ट से गायब है।
राजद ने तेज प्रताप यादव को किया दरकिनार, अब कॉंग्रेस का प्रचार करेंगे लालू के बड़े लाल
तेजप्रताप यादव अब कॉंग्रेस के लिए मांगेगे। बिहार में विधानसभा उपचुनाव को लेकर आरजेडी की तरफ से जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में तेज प्रताप यादव का नाम नहीं है। लेकिन अब तेज प्रताप यादव उपचुनाव में कॉंग्रेस के लिए वोट माँगेंगे।
अपनी उपेक्षा से मर्माहत तेज प्रताप यादव ने बृहस्पतिवार को कॉंग्रेस के नेता अशोक राम से मुलाकात की। अशोक राम के बेटे अतिरेक कुशेश्वरस्थान सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। खुद कॉंग्रेस नेता अशोक राम ने इस बात की पुष्टि की है कि तेज प्रताप यादव उनके बेटे और कांग्रेस उम्मीदवार अतिरेक के लिए वोट मांगेंगे। बेहद दिलचस्प बात उभर कर सामने आई है कि तेज प्रताप यादव कुशेश्वरस्थान में चुनाव प्रचार करेंगे लेकिन आरजेडी की जगह कॉंग्रेस के लिए।
आरजेडी से निष्कासित किए जाने के मामले में शिवानंद तिवारी का बयान बुधवार को सामने आया था। इसके बाद, इस मामले पर तेजप्रताप के करीबियों ने भी पलटवार किया था लेकिन अब खुद आरजेडी ने उनको स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर कर दिया गया है।
अब सबकी निगाह तेज प्रताप यादव के अगले कदम पर गड़ी हुई है। सियासी गलियारे में ऐभि से यह कयास लगाया जाने लगा है कि अगर तेज प्रताप यादव कॉंग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करेंगे तो, इसका कितना नुकसान आरजेडी को होगा और कॉंग्रेस, इसका कितना फायदा ले पाएगी ? राजनीति में कुछ भी असम्भव नहीं है, यह घटना उसी की बानगी साबित होगी।